पैरालिसिस यानि लकवे की बीमारी आजकल काफी सुनने को मिल रहा है। किसी की पूरी बॉडी पैरालिसिस का शिकार हो जाती है तो किसी की आधी बॉडी इस बीमारी के चपेट में आ जाती है। कुछ लोगों के शरीर के किसी विशेष अंग को भी पैरालिसिस हो जाता है।
पैरालिसिस अटैक आने पर मरीज को तुरंत 100 मि.ली. तिल के तेल को गर्म करके खिलाएं और उसके बाद 5-6 लहसुन की कलियां चबाने के लिए दें। इसके बाद उसके अटैक वाले हिस्सें को तेल में काली मिर्च पकाकर वहां की मालिश करें।
अटैक आने के बाद मरीज को तुरंत शहद और लहसुन मिलाकर चटाएं। ऐसा करने से प्रभावित अंग स्वस्थ हो जाएगा। लकवा मारने के कुछ दिनों तक मरीज को इसका सेवन करवाना चाहिए ।
हल्दी का काढ़ा जिस व्यक्ति को लकवा पड़ा है उसे हल्दी का काढ़ा बनाकर पिला दें। इससे लकवे का दौरा बंद हो जाएगा। हल्दी का काढ़ा आयुर्वेद की प्राचीन पुस्तकों में पाए जाने वाले सबसे शक्तिशाली और महत्वपूर्ण मसाले में से एक हल्दी है। बच्चों से लेकर वयस्कों तक हल्दी दूध सभी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए सलाह दी जाती है।