हल्दी अपने एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुणों के लिए जानी जाती है, और दूध, कैल्शियम का स्रोत होने के साथ ही शरीर और दिमाग के लिए अमृत के समान हैं, लेकिन जब दोनों के गुणों को मिला दिया जाए, तो यह मेल हमारे लिए और भी बेहतर साबित होता है, दूध के साथ हल्दी का सेवन, एंटीसेप्टिक व एंटी बैक्टीरियल होने के कारण त्वचा की समस्याओं जैसे - इंफेक्शन, खुजली, मुंहासे आदि के बैक्टीरिया को धीरे-धीरे खत्म कर देता है, इससे त्वचा साफ और स्वस्थ और चमकदार दिखाई देती है।
हल्दी का दूध लीवर के लिए काफी उपयोगी है, अगर इसे डाइट का हिस्सा बनाया जाए तो फैटी लीवर या लीवर सिरोसिस जैसी बीमारियों से स्वयं को सुरक्षित किया जा सकता है, ऐसा हल्दी के डीटोक्सीफायिंग गुण के कारण होता है, जो हानिकारक रसायनों से लिवर को प्रभावित नहीं होने देता।
दूध में कैल्शियम होने के कारण यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और हल्दी के गुणों के कारण रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, इससे हड्डी संबंधित अन्य समस्याओं से छुटकारा मिलता है और ऑस्टियोपोरोसिस में कमी आती है, सर्दी, जुकाम या कफ होने पर हल्दी वाले दूध का सेवन अत्यधिक लाभकारी साबित होता है, इससे सर्दी, जुकाम तो ठीक होता ही है, साथ ही गर्म दूध के सेवन से फेफड़ों में जमा हुआ कफ भी निकल जाता है, सर्दी के मौसम में इसका सेवन आपको स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।