प्रत्येक स्वस्थ वयस्क मनुष्य को प्रत्येक तीन महीने में एक बार रक्तदान करना चाहिए। इससे शरीर में आयरन की मात्रा ठीक बनी रहती है और दिल की बीमारियां भी दूर रहती हैं। रक्तदान से आप लंबे वक्त तक जवान बने रहते हैं और स्ट्रोक व हार्ट अटैक से भी बचाव होता है। डॉक्टरों के अनुसार, रक्तदान करने से शरीर में आयरन की मात्रा सही बनी रहती है। आयरन की अधिकता से लीवर टिशू का ऑक्सीडेशन होता है, जिससे वो डैमेज हो सकता है और आगे चलकर कैंसर बन सकता है। इसलिए नियमित रूप से ब्लड डोनेट करने से लीवर डैमेज व कैंसर का जोखिम भी कम होता है। रक्तदान से वजन घटाने में भी मदद मिलती है। एक बार ब्लड डोनेट करके 650 -700 कैलोरी घटा सकते हैं। कैलोरी घटने से वजन भी कम होता है। लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि आप हर महीने ही ब्लड डोनेट करें। याद रखें कि 3 महीने में केवल एक बार ही रक्तदान करना चाहिए। ब्लड डोनेशन से मानसिक संतुष्टि भी मिलती है क्योंकि आपके द्वारा डोनेट किए गए ब्लड से कम से कम 2-3 लोगों को ”जीवन दान" मिलता है जिससे खुशी और मानसिक संतुष्टि का अहसास होता है। ब्लड डोनेशन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है, जिसकी वजह से हमारा शरीर कई तरह की बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनता है।
ब्लड डोनेशन से आप लंबे वक्त तक जवान बने रहते हैं ।